( प्रीत गीत ) आस लगाई तुमसे तुम जीवन का साथ निभाना रे। हो साथी मन के तुम ये गलती से भूल न जाना रे। लाखों होंगे गहरी खाई ...
प्रीत गीत
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Mahesh Kumar
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10/19/2022 03:48:00 pm
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पग-पग खड़ी चुनौतियाॅं, लेकर पीर अपार। जीवन-पथ में तू मगर, पथिक न जाना हार।।। | दोहे | हिंदी कविता| भूमिका: भीतर अपने बूँद को, रखती जैसे सीप...
अक्षर दीप
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Mahesh Kumar
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3/03/2022 07:33:00 am
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