( प्रीत गीत ) आस लगाई तुमसे तुम जीवन का साथ निभाना रे। हो साथी मन के तुम ये गलती से भूल न जाना रे। लाखों होंगे गहरी खाई ...
प्रीत गीत
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Mahesh Kumar
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10/19/2022 03:48:00 pm
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कदम-कदम पे वार खड़े, तैर चलीं पतवार हैं.. | तीज का त्यौहार| हिंदी कविता| गजब की कविता| काव्यपत्र| ( प्रीत का त्यौहार ) भूमिका: उत्तर और ...
प्रीत का त्यौहार
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Mahesh Kumar
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8/01/2022 09:36:00 pm
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जिस आँचल के दूध तले, इस जीवन की आस पले।.. । माँ । हिंदी कविता । मेरी माँ। काव्ययपत्र भूमिका : पवित्रता में दुनिया का सबसे छोटा शब्द है &qu...
माँ मेरी माँ
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7/06/2022 08:56:00 pm
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भय को भी भय यहाँ, पग को टिकाएं कहाँ। जमते कदम मि..| हिन्दीकविता | काव्यपत्र | कवितछंद | प्रेरक_कविता भूमिका: नेक राह पर चल, बार बार देखा मै...
शैतान
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4/29/2022 06:00:00 am
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माँग रहा मजबूर सदा, यूँ कर्जा बढ़ता जाय! | हिंदी कविता| महंगाई की समस्या| महंगाई का अर्थ| महंगाई के कारण| महंगाई क्या हैं? भूमिका: सगलें औंधे...
गजब महंगाई
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Mahesh Kumar
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11/20/2021 09:36:00 am
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