काव्यपत्र आपका स्वागत करता हैं। (काव्यपत्र पर कविताओं को सुनने की सुविधा भी उपलब्ध हैं।)🕺 🌈आधुनिक हिंदी कविताओं अथवा काव्य रचनाओं का एक बेहतरीन काव्य संग्रह। कविताएँ पढ़ना, लिखना, सीखना, गाना और दिखाना सब एक साथ एक जगह यानी 'काव्यपत्र संगम'। ( 🎤 कविताएँ सुनने के लिए ऊपर ☝️ 'काव्यस्वर' नाम से खोज करें।) ..... (तो अब सुनें-सुनाएँ और मुस्काएँ!! 🌝 🎉 )
 ( प्रीत गीत  ) आस लगाई तुमसे तुम जीवन का साथ निभाना रे। हो साथी मन के तुम ये गलती से भूल न जाना रे।              लाखों होंगे गहरी खाई      ...
प्रीत गीत प्रीत गीत Reviewed by Mahesh Kumar on 10/19/2022 03:48:00 pm Rating: 5
 कदम-कदम पे वार खड़े, तैर चलीं पतवार हैं.. | तीज का त्यौहार| हिंदी कविता| गजब की कविता| काव्यपत्र|  (  प्रीत का त्यौहार  )  भूमिका: उत्तर और ...
प्रीत का त्यौहार प्रीत का त्यौहार Reviewed by Mahesh Kumar on 8/01/2022 09:36:00 pm Rating: 5
जिस आँचल के दूध तले, इस जीवन की आस पले।.. । माँ । हिंदी कविता । मेरी माँ। काव्ययपत्र भूमिका :  पवित्रता में दुनिया का सबसे छोटा शब्द है &qu...
माँ मेरी माँ माँ मेरी माँ Reviewed by Mahesh Kumar on 7/06/2022 08:56:00 pm Rating: 5
भय को भी भय यहाँ, पग को टिकाएं कहाँ। जमते कदम मि..| हिन्दीकविता | काव्यपत्र | कवितछंद | प्रेरक_कविता भूमिका: नेक राह पर चल,  बार बार देखा मै...
शैतान शैतान Reviewed by Mahesh Kumar on 4/29/2022 06:00:00 am Rating: 5
माँग रहा मजबूर सदा, यूँ कर्जा बढ़ता जाय! | हिंदी कविता| महंगाई की समस्या| महंगाई का अर्थ| महंगाई के कारण| महंगाई क्या हैं? भूमिका: सगलें औंधे...
गजब महंगाई गजब महंगाई Reviewed by Mahesh Kumar on 11/20/2021 09:36:00 am Rating: 5