' राम-राम' करो शर्म नहीं हैं ...| रामत्व| राम के कर्म| महेश कुमार (हरियाणवी) ( रामत्व ) पावन नाम को पावन गाएँ मिल-मिल कर सब ही दोहरा...
रामत्व
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Mahesh Kumar
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6/22/2023 01:32:00 pm
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( प्रीत गीत ) आस लगाई तुमसे तुम जीवन का साथ निभाना रे। हो साथी मन के तुम ये गलती से भूल न जाना रे। लाखों होंगे गहरी खाई ...
प्रीत गीत
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10/19/2022 03:48:00 pm
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जिस आँचल के दूध तले, इस जीवन की आस पले।.. । माँ । हिंदी कविता । मेरी माँ। काव्ययपत्र भूमिका : पवित्रता में दुनिया का सबसे छोटा शब्द है &qu...
माँ मेरी माँ
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7/06/2022 08:56:00 pm
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भय को भी भय यहाँ, पग को टिकाएं कहाँ। जमते कदम मि..| हिन्दीकविता | काव्यपत्र | कवितछंद | प्रेरक_कविता भूमिका: नेक राह पर चल, बार बार देखा मै...
शैतान
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4/29/2022 06:00:00 am
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दरिया से क्यों डरता हाथी, जबतक तिनका हाथ। |हिंदी कविता भूमिका: हमकों खरीदेगा जमाना? हम बिकते ही नहीं। खुशहाल तराना हम से हैं, हम खुशियों स...
बुरें-भलें हालात
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2/19/2022 10:01:00 pm
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पहचान किस क़फ़न में कौन है? आज धड़कनें मौन हैं। | कोरोना कविता| कोरोना कविता © आज बिखरे शवों पर धरती माँ क्यों मौन है? क़फ़न हटा पहचान किस क़फ़न मे...
जिम्मेदार कौन है?
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1/15/2022 10:51:00 am
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क्षण में छन निकला... हिंदी कविता| स्वास्थ| बदलता युग| बदलाव पर कविता| विकास किसे कहते हैं परिवर्तन पर कविता ठिठुरती थी सर्दी या, जंग दहाड़ती...
बदलता युग
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12/04/2021 08:20:00 am
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माँग रहा मजबूर सदा, यूँ कर्जा बढ़ता जाय! | हिंदी कविता| महंगाई की समस्या| महंगाई का अर्थ| महंगाई के कारण| महंगाई क्या हैं? भूमिका: सगलें औंधे...
गजब महंगाई
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Mahesh Kumar
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11/20/2021 09:36:00 am
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