कदम-कदम पे वार खड़े, तैर चलीं पतवार हैं.. | तीज का त्यौहार| हिंदी कविता| गजब की कविता| काव्यपत्र| ( प्रीत का त्यौहार ) भूमिका: उत्तर और ...
प्रीत का त्यौहार
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Mahesh Kumar
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8/01/2022 09:36:00 pm
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जिस आँचल के दूध तले, इस जीवन की आस पले।.. । माँ । हिंदी कविता । मेरी माँ। काव्ययपत्र भूमिका : पवित्रता में दुनिया का सबसे छोटा शब्द है ...
माँ मेरी माँ
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7/06/2022 08:56:00 pm
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भय को भी भय यहाँ, पग को टिकाएं कहाँ। जमते कदम मि..| हिन्दीकविता | काव्यपत्र | कवितछंद | प्रेरक_कविता भूमिका: नेक राह पर चल, बार बार देखा मै...
शैतान
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4/29/2022 06:00:00 am
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तेरे ज़िक्र से भी बुख़ार आये, तो क्या करें? | प्रेम-कविता । भूमिका: प्रेम को कहो किस रूप में परिभाषित करूं। रिश्तों-कसमों के बीच कैसे विभाजित...
प्रेम क्या करें
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4/10/2022 06:18:00 pm
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पग-पग खड़ी चुनौतियाॅं, लेकर पीर अपार। जीवन-पथ में तू मगर, पथिक न जाना हार।।। | दोहे | हिंदी कविता| भूमिका: भीतर अपने बूँद को, रखती जैसे सीप...
अक्षर दीप
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3/03/2022 07:33:00 am
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दरिया से क्यों डरता हाथी, जबतक तिनका हाथ। |हिंदी कविता भूमिका: हमकों खरीदेगा जमाना? हम बिकते ही नहीं। खुशहाल तराना हम से हैं, हम खुशियों स...
बुरें-भलें हालात
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2/19/2022 10:01:00 pm
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पहचान किस क़फ़न में कौन है? आज धड़कनें मौन हैं। | कोरोना कविता| कोरोना कविता © आज बिखरे शवों पर धरती माँ क्यों मौन है? क़फ़न हटा पहचान किस क़फ़न मे...
जिम्मेदार कौन है?
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1/15/2022 10:51:00 am
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