चुनाव पर कविता | मतदान पर कविता | लोकतंत्र पर कविता | चुनकर लाएँ नया तराना... ( मतदान ) बढ़चढ़ कर मतदान करो तुम, अवसर का सम्मान करो तुम। कीमत ...
मतदान
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Mahesh Kumar
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11/21/2023 04:22:00 am
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' राम-राम' करो शर्म नहीं हैं ...| रामत्व| राम के कर्म| महेश कुमार (हरियाणवी) ( रामत्व ) पावन नाम को पावन गाएँ मिल-मिल कर सब ही दोहरा...
रामत्व
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6/22/2023 01:32:00 pm
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जीव विषाद हरो विषधारी, कष्ट हरो प्रभु मंगल हारी......... | शिव आराधना | हिंदी छंद | ओम नमः शिवाय | सवैया छंद (ओम नमः शिवाय) हे शिवशंकर हे न...
शिव पर कविता
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3/04/2023 11:17:00 am
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( प्रीत गीत ) आस लगाई तुमसे तुम जीवन का साथ निभाना रे। हो साथी मन के तुम ये गलती से भूल न जाना रे। लाखों होंगे गहरी खाई ...
प्रीत गीत
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10/19/2022 03:48:00 pm
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कहीं बन्दूक की गोली है, कहीं अणु धधकते आग।...... |हिंदी_कविता| शांतिपरकविता| महात्मागाँधीपरकविता | ( महात्मा) जलते-बिलखते शोलों ने...
शांत बलधारी
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9/24/2022 08:19:00 pm
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कोई इतिहासों का गान है, कोई मजदूरी का मान है। |हिंदी कविता| भारत पर कविता| भूमिका : करोड़ो दिलों में धड़कने वाला तिरंगा आखिर किसकी पहचान ...
बोल तिरंगा बोल
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8/15/2022 11:39:00 am
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कदम-कदम पे वार खड़े, तैर चलीं पतवार हैं.. | तीज का त्यौहार| हिंदी कविता| गजब की कविता| काव्यपत्र| ( प्रीत का त्यौहार ) भूमिका: उत्तर और ...
प्रीत का त्यौहार
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8/01/2022 09:36:00 pm
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जिस आँचल के दूध तले, इस जीवन की आस पले।.. । माँ । हिंदी कविता । मेरी माँ। काव्ययपत्र भूमिका : पवित्रता में दुनिया का सबसे छोटा शब्द है &qu...
माँ मेरी माँ
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7/06/2022 08:56:00 pm
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भय को भी भय यहाँ, पग को टिकाएं कहाँ। जमते कदम मि..| हिन्दीकविता | काव्यपत्र | कवितछंद | प्रेरक_कविता भूमिका: नेक राह पर चल, बार बार देखा मै...
शैतान
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4/29/2022 06:00:00 am
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तेरे ज़िक्र से भी बुख़ार आये, तो क्या करें? | प्रेम-कविता । भूमिका: प्रेम को कहो किस रूप में परिभाषित करूं। रिश्तों-कसमों के बीच कैसे विभाजित...
प्रेम क्या करें
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4/10/2022 06:18:00 pm
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पग-पग खड़ी चुनौतियाॅं, लेकर पीर अपार। जीवन-पथ में तू मगर, पथिक न जाना हार।।। | दोहे | हिंदी कविता| भूमिका: भीतर अपने बूँद को, रखती जैसे सीप...
अक्षर दीप
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3/03/2022 07:33:00 am
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दरिया से क्यों डरता हाथी, जबतक तिनका हाथ। |हिंदी कविता भूमिका: हमकों खरीदेगा जमाना? हम बिकते ही नहीं। खुशहाल तराना हम से हैं, हम खुशियों स...
बुरें-भलें हालात
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2/19/2022 10:01:00 pm
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पहचान किस क़फ़न में कौन है? आज धड़कनें मौन हैं। | कोरोना कविता| कोरोना कविता © आज बिखरे शवों पर धरती माँ क्यों मौन है? क़फ़न हटा पहचान किस क़फ़न मे...
जिम्मेदार कौन है?
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1/15/2022 10:51:00 am
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क्षण में छन निकला... हिंदी कविता| स्वास्थ| बदलता युग| बदलाव पर कविता| विकास किसे कहते हैं परिवर्तन पर कविता ठिठुरती थी सर्दी या, जंग दहाड़ती...
बदलता युग
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Mahesh Kumar
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12/04/2021 08:20:00 am
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